हरियाणा पुलिस, शराब माफिया और आबकारी विभाग की तिकड़ी का राज खोलेगी एसआईटी

सोनीपत.हरियाणा के बहुचर्चित शराब घोटाले में अब बड़े शराब ठेकेदारों और उनके खैरख्वाह सामने आने शुरू होंगे। इस कार्रवाई में अन्य राज्यों के शराब माफिया भी जद में आ सकते हैं। हरियाणा के साथ लगते उत्तर प्रदेश के शराब माफिया पर पुलिस की नजर है। उत्तर प्रदेश के कई सफेदपोश भी जांच के इस दायरे में आएंगे। एसआईटी अभी कई अहम पहलुओं की जांच करेगी। यह जांच आज से शुरू हो जाएगी, जिसमें पहले आबकारी और बाद में पुलिस के अफसर तलब करने शुरू किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, सबसे पहले यह जांचा जाएगा कि हरियाणा सचिवालय में आरेापी का किसके यहां पर आना जाना था। आरोपी का पास कैसे बनता था और उसकी एंट्री कैसे होती थी। इस बात के लिए सीसीटीवी का रिकार्ड भी खंगाला जाएगा। इसके अलावा यह भी पता किया जाएगा कि आरोपी का पास बनवाने की किस विभाग के माध्यम से पूरी की जाती थी। उधर गृह मंत्री अनिल विज ने एसआईटी की कार्यशैली पर अपना संतोष जता दिया है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा के सोनीपत में स्थित दो अलग-अलग शराब के गोदामों से गायब हुई शराब के मामले में अब एसआईटी का गठन कर दिया गया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता की अध्यक्षता में एसआईटी इस पूरे मामले की जांच करेगी और सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि अब एसआईटी न सिर्फ इन गोदामों की जांच करेगी, बल्कि प्रदेश भर के गोदामों में पिछले दो सालों में जब्त की गई शराब की भी जांच करेगी। अनिल विज ने बताया कि चाहे शराब पुलिस के गोदाम की हो या एक्साइज के गोदाम की सभी की पिछले दो साल की जाँच की जाएगी। इस मामले की फिलहाल जाँच हो रही है और एसआईटी की नोटिफिकेशन भी हो गई है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है जो पूरे मामले की जांच करेगी और पिछले 2 साल में जितनी शराब जब्त हुई है चाहे वो एक्साइज के गोदाम में है या पुलिस के गोदाम में सबका स्टॉक चेक किया जाएगा और लॉक डाउन के दौरान जो शराब के ठेके सील हुए थे उनका भी स्टॉक चेक किया जाएगा।