मजबूरी में छोडऩा पड़ रहा है हरियाणा, वरना यहां से कौन जाकर राजी है साहेब

यहां के खाने का मुकाबला नहीं, दाना-पानी रहा तो फिर आएंगें
श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बिहार के लिए रवाना हुए 1198 प्रवासी मजदूर
भिवानी। हाथ में पानी की बोतल, गले में गमछा, मुंह पर मास्क और दिल में अपने प्रदेश जाने की खुशी लिए भिवानी से 11.30 बजे 1198 प्रवासी मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन नंबर 04731 से पलेटफार्म नंबर एक से बिहार के लिए रवाना हुए। हालांकि अपने प्रदेश वापस जाने की खुशी प्रवासी मजदूरों के चेहरों पर देखते ही बन रही थी, लेकिन उनके मन में लॉक डाउन के चलते हरियाणा प्रदेश से जाने की टीस भी साफ झलक रही थी। प्रवासी मजदूरों ने कहा कि मजबूरी में छोडऩा पड़ रहा है हरियाणा, वरना यहां से कौन जाकर राजी है साहेब। दाना-पानी रहा तो फिर आएंगे। उपायुक्त अजय कुमार और अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार अल सुबह रेलवे स्टेशन पर पहुंचे सारी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सोशल डिस्टेंस को कायम रखते हुए सभी प्रवासी मजदूरों को एक-एक करके ट्रेन में सवार किया गया। न केवल कोच बल्कि प्रवासी मजूदरों के हाथ भी सेनेटाईज करवाए गए। बिहार के लिए रवाना हुई ट्रेन में कुल1198 मजदूरों से 712 प्रवासी मजदूर दादरी जिला से व 486 मजदूर भिवानी जिला से संबंधित थे। ट्रेन के चलने पर प्रवासी मजदूरों ने हाथ हिलाकर जिला प्रशासन व सरकार का अभिनंदन व आभार जताया।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी संक्रमण से बचाव के चलते लॉक डाउन है। ऐसे में अनेक प्रवासी मजदूर हैं, जो दूसरे प्रदेशों से हरियाणा के विभिन्न जिलों में काम कर रहे हैं। अपने घरों से दूर होने के चलते वे अब अपने प्रदेश वापस जाना चाहते हैं। ऐसे मजदूरों की सुविधा के लिए हरियाणा सरकार द्वारा ट्रेन व बस की व्यवस्था की गई है। शनिवार को भिवानी से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना रवाना हुई, जिसमें पुर्णिया, अररिया, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल स्टेशन के प्रवासी मजदूर रवाना हुए। ट्रेन में कुल 1198 प्रवासी मजदूर सवार हुए, जिसमें से 486 मजदूर भिवानी जिला में काम करने वाले व 712 मजदूर दादरी जिला से संबंधित थे, जो विभिन्न जगहों पर अपने काम धंधे करन आए थे।
रेलवे स्टेशन पर किए गए सभी जरूरी इंतजाम
सभी प्रवासी मजदूरों को बस के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। प्रवासी मजदूरों को रवाना करने के दौरान रेलवे स्टेशन पर सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेवले प्लेटफार्म को वैक्यूम क्रीनर मशीन से बार-बार साफ किया गया। वहीं दूसरी ओर प्रत्येक यात्री यानि प्रवासी मजदूर के हाथ सेनीटाईज किए गए। रेल के प्रत्येक कोच पर पुर्णिया, अररिया, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल आदि के पंपलेट चस्पा किए गए, ताकि यात्रियों को बैठाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
स्टेशन से बाहर ही थर्मल स्केनिंग
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी प्रवासी मजदूरों की थर्मल स्केंनिंग की गई। कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉ. राजेश कुमार अपनी पूरी टीम के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। एक-एक यात्री की थर्मल स्केनिंग की गई है। थर्मल स्केनिंग के बाद ही यात्रियों रेलवे प्लेटफार्म पर प्रवेश हुआ।
टिकटों पर लगाई पेड फॉर हरियाणा गर्वंमेंट की मुहर
प्रत्येक डिब्बे के सामने हेल्प डेस्क बनाए गए। जहां से प्रत्येक यात्री को उनकी टिकेट दी गई। प्रत्येक यात्री की टिकटों पर पेड फॉर हरियाणा गर्वंमेंट की मुहर लगाई है। यानि प्रवासी मजदूरों के सफर का खर्च हरियाणा सरकार ने वहन किया है। प्रत्येक यात्री को सोशल डिस्टेंस के साथ बैठाया गया। यात्रियों ने भी प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना की और सोशल डिस्टेंस बनाए रखा।
यात्रीगण कृपा ध्यान दें…
यात्रीगण कृपा ध्यान दें। श्रमिक स्पेशल ट्रेन नंबर 04731 से पलेटफार्म नंबर एक से 11 बजकर 30 मिनट पर बिहार के लिए रवाना होगी। सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे सोशल दूरी बनाए रखें। अपनी निर्धारित सीट पर ही बैठें। ट्रेन के अंदर इधर-उधर न घूमें और प्लेटफार्म पर इधर-उधर न थूकें। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए मुंह पर मास्क का प्रयोग करें। हाथों को सेनीटाईज करें। ये अनाऊंसमेंट ट्रेन रवाना होने से पहले रेलवे प्लेटफार्म पर बार-बार होती रही।
मजबूरी में छोडऩा पड़ रहा है हरियाणा, वरना यहां से कौन जाकर राजी है
यहां के खाने का मुकाबला नहीं, दाना-पानी रहा तो फिर आएंगें
श्रमिक स्पेशल ट्रेन नंबर 04731 से बिहार के लिए रवाना हुए प्रवासी मजदूरों के चेहरों पर हालांकि अपने घर जाने की खुशी थी, लेकिन हरियाणा को छोडऩे का गम था। बातचीत के दौरान उनका दर्द साफ दिखाई दिया। ट्रेन में सवार हुए पहले पूर्णिया से युवा अनिल मरंडी ने बताया कि वह यहां पर खेती का काम करने आया था। यहां पर उनको किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं थी, लेकिन लॉक डाउन के कारण उनको यहां से जाना पड़ रहा है। इसी प्रकार पूर्णिया से छोटे लाल ने बताया कि वे यहां से बिल्कुल नहीं जाना चाहते थे, लेकिन पीछे परिवार के हालात ही ऐसे बन गए हैं कि उनको जाना पड़ रहा है। सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वे यहां पर मिस्त्री का काम कर रहे थे, लेकिन लॉक डाउन बढऩे के कारण उनको जाना पड़ रहा है। वरना यहां पर उनका काम सही चल रहा था।
कटियार से गुलाबी ने बताया कि उनको यहां पर कोई परेशानी नहीं थी, यदि लॉक डाउन नहीं होता तो वे यहां से नहीं जाते। इसी प्रकार से मोहम्मद सलाऊदीन ने बताया कि वे उनको मजबूरीवश वापस जाना पड़ रहा है। लालो ऋषि ने बताया कि वे लोहारू में फसल कटाई के लिए आए थे, सारा काम सही चल रहा था कि अचानक हालात ऐसे बन गए कि उनको जाना पड़ रहा है। इसी प्रकार से लाडू सिंह व कुंदन सिंह ने बताया कि वे यहां पर लावणी करने आए थे। लॉक डाउन नहीं होता तो वे यहां पर और कुछ काम करते। यहां जैसा खाना-पीना कहीं नहीं है। सरकार ने उनके लिए सही व्यवस्थाएं की।
इस दौरान उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि करीब 1200 यात्री शनिवार को बिहार के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से रवाना हुए हैं। सभी प्रवासी यात्रियों का पंजीकरण किया गया है और उनका हेल्थ चैकअप किया गया है। उसके बाद ही उनको रवाना किया जा रहा है। यात्रियों को सेनीटाईज करके ट्रेन में बैठाया गया है।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार, एसडीएम महेश कुमार, उप पुलिस अधीक्षक बिरेंद्र सिंह, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल, डीआईओ पंकज बजाज, जिला सांख्यकीय अधिकारी शिवतेज सिंह, लेखाधिकारी अशोक कुमार व विकास यशकिर्ती सहित अनेक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।