फरीदाबाद के 2.65 लाख घरों में सिर्फ 461 लोगों को मिला खांसी-बुखार

फरीदाबाद जिले में प्रथम चरण में दो लाख 65 हजार 26 घरों का सर्वे पूरा कर लिया गया है। इसमें 13 लाख 95 हजार 918 लोगों की जांच की गई। इसमें 461 लोगों में सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मरीज मिले हैं। इसकी सूची तैयार कर गुरुवार को संबंधित अधिकारियों को सौंप दी गई है। बीस लाख की आबादी में आशा वर्करों ने प्रथम चरण में 13 अप्रैल से 22 अप्रैल तक दो लाख 65 हजार 26 घरों में जाकर जांच की थी। इन लोगों का एक सप्ताह बाद दोबारा स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर इनमें फिर सर्दी, खांसी जुकाम और बुखार के लक्षण मिलते हैं तो स्वास्थ्य विभाग में तैनात मेडिकल अधिकारी उनके घर जाकर फिर जांच करेंगे। इसके बाद भी लोगों में अगर खांसी-बुखार पाया जाता है तो कोरोना वायरस के संदेह में कोविड-19 की जांच कराई जाएगी।
नौ से 10 अप्रैल को छह लाख घरों का हुआ था सर्वे : कोरोना वायरस का रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से उच्च जोखिम (रेड जोन) वाले क्षेत्र सहित करीब 43 क्षेत्रों का नौ और 10 अप्रैल को सर्वे कराया था। इस दौरान करीब छह लाख 34 हजार 679 लोगों का सर्वे किया गया था। इनमें से 1602 लोगों में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में समस्या के लक्षण मिले थे। इनमें से 121 लोगों की दोबारा जांच कराई थी। इनमें से सभी लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव पाई गई थी। सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार का कहना है कि निरीक्षण के दौरान जिन घरों में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और श्वांस संबंधित बीमारियों के लक्षण मिले थे, उन्ही घरों का दोबारा निरीक्षण किया गया। इन क्षेत्रों में सर्वे के दौरान 260 टीमें बनाई गई हैं। जिसमें दो-दो कर्मचारी शामिल है। यह घर-घर जाकर परिवार के मुखिया का नाम, मोबाइल नंबर, सर्दी, खांसी, जुकाम की जानकारी एकत्रित करेंगी।
जिला प्रशासन की ओर से ग्रीन फील्ड, बड़खल, खोरी, सेक्टर 28 सहित 13 जगहों को रेडजोन (अतिसंवेदनशील) क्षेत्र में रखा है। इन क्षेत्रों में 40 हजार 598 घरों में एक लाख 86 हजार 32 लोगों का सर्वें किया गया। इनमें से मात्र 104 लोगों में सर्दी, खांसी, जुकाम और विदेश से आने वाले का रिकॉर्ड पाया गया है। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंदर का कहना है कि इन क्षेत्रों में लगातार सर्वें चल रहा है। दोबारा सर्वे शुरू कर दिया गया है। अगर किसी भी व्यक्ति में बुखार, खांसी और सांस की समस्या एक साथ पाई जाती है तो स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर जाकर जांच करेगी। जरूरत पड़ने पर उनकी कोरोना जांच भी कराई जाएगी। हालांकि शुक्रवार को सेक्टर-3 को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया।
”सर्वे का काम शुरू हो गया है। पहले चरण में जिन व्यक्ति में सर्दी, खांसी, जुकाम के लक्षण मिले हैं। उनपर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। अगर उनमें दोबारा लक्षण पाया जाता है, तो कोरोना वायरस की जांच कराई जा सकती है।” -डॉ. रमेश चदर, डिप्टी सिविल सर्जन