भारत में सबसे पहले किन दो ज़िलों में हटेगा लॉकडाउन?

केरल ने औपचारिक रूप से घोषणा की है कि प्रदेश के 14 ज़िलों में से चार ज़िलों में 3 मई तक पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा जबकि दो ज़िलों से लॉकडाउन पूरी तरह हटा लिया जाएगा। फ़िलहाल इन दो ज़िलों में कोविड -19 से जुड़ी एक भी घटना नहीं है। इन छह ज़िलों को छोड़ कर बाक़ी 8 ज़िलों को कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या के आधार पर ऑरेंज-ऐ और ऑरेंज-बी कोड दिया गया है और यहां चरणबद्ध तरीके से क्रमश: 20 अप्रैल और 24 अप्रैल के बाद लॉकडाउन हटाया जाएगा।
इस सिलसिले में केंद्र के स्टैन्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्यूर के आधार पर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार देर रात एक आदेश जारी किया गया है जिसमें लॉकडाउन हटाने के दौरान किन कामों पर पाबंदी रहेगी और किन पर नहीं इस बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। साथ ही केरल सरकार ने लॉकडाउन हटाने के बाद कई आर्थिक गतिविधियों की इजाज़त देने का फ़ैसला किया है। केरल देश का पहला राज्य है जहां चीन के वुहान से पहला कोरोना वायरस संक्रमित मरीज़ 29 जनवरी को पहुंचा था। लेकिन संक्रमण के कुल 395 मामले सामने आने के बाद भी यहां इस वायरस से केवल 3 ही मौतें हुई हैं। यहां किसी भी जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा फिलहाल 100 नहीं है।
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित कासरगोड, कन्नूर, कोझिकोड और मलाप्पुरम को रेड कोड दिया गया है। इन चारों ज़िलों में संक्रमण के जो 131 मामले सामने आए हैं उनमे से कासरगोड में 51 मामले, कन्नूर में 47 मामले, कोझिकोड में 12 और मलाप्पुरम में सात मामले हैं। यहां 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा।
वहीं एरनाकुलम, पथानमथिट्टा और कोल्लम को ऑरेंज-ऐ कैटगरी में रखा है क्योंकि यहां फ़िलहाल कोरोना के पांच या छह मामले ही हैं। यहां 24 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में सीमित छूट दी जाएगी।
वहीं तिरुवनंतपुरम को ऑरेंज-बी कैटगरी में रखा है क्योंकि यहां वायरस संक्रमण के दो ही एक्टिव मामले हैं। इसी कैटगरी में अलापुज़ा, पालक्काड, वायनाड और त्रिसुर को भी रखा गया है। यहां 20 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में सीमित छूट दी जाएगी। दो जिले कोट्टयम और इदुक्की को ग्रीन कैटगरी में रखा गया है। इन दोनों जिलों में अभी कोरोना का एक भी मामला नहीं है। 20 अप्रैल के बाद से यहां लॉकडाउन में छूट दी जाएगी।