महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रही हैं गांव सहाडवा की मंजू रानी

पालिका प्रशासन ने नहीं दी पहली सेलरी फिर भी मंजू रानी बुलंद हौसले के साथ कर रही हैं जन सेवा
दर्शनलाल असीजा
वाटिका@सिवानीमंडी। सिवानी के नजदीक गांव सहाडवा की मंजू रानी के जज्बे को आज हर महिला पुरूष सलाम कर रहा है। जानकारी के अनुसार नगर निगम में अनुसार अनुबंधित कम्प्यूटर आप्रेटर के पद पर कार्यरत मंजू रानी ने जब लाकडाऊन के दौरान झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले गरीब लोगों को देखा तो उसने बिना किसी की आर्थिक सहायता से अपने परिवार वालों के साथ घर पर ही खाना बना कर पहले तो बीस पच्चीस लोगों को खाना खाने के लिए दिया लेकिन जब उसने देखा कि लाकडाऊन ना खुलने के कारण झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग बहुत परेशान हैं तो उसने अपने जमा किए हुई थोड़ी बहुत राशि से राशन व सब्जी लाकर अपने घर पर अपने परिवार वालों के साथ मिलकर प्रतिदिन सुबह शाम 100 लोगों के लिए खाना बनाना शुरू कर दिया और खुद ही परिवार वाले के साथ खाना देना जारी रखा। आज जब उनसे बात हुई तो उन्होंने कहा कि इस कोरोना महामारी के समय हम सब लोगों को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए क्योंकि यह एक संकट की घडी है। मंजू रानी ने बताया कि उनकी कम्प्यूटर आप्रेटर के पद पर एक महीना पहले ही नियुक्ति हुई है और उसका पहला वेतन भी नहीं मिला है लेकिन जैसे भी हो मेरे शहर में कौई जरूरतमंद आदमी भूखा ना रहे इस के लिए वह दिन रात मेहनत कर लोगों तक दोनों समय का खाना अवश्य ही भेजेगी। मंजू रानी ने अपने पूरे परिवार के इस पुनीत कार्य में मदद करने के लिए कोटि कोटि धन्यवाद किया वह सभी इस काम में उसका साथ दिया। उसने बताया कि उसके माता पिता भाई बहन सभी मिलजुलकर पहले सब्जी पूडिय़ाँ बनाते हैं और बाद में उन्हें झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में रहने वाले लोगों में बांट देते हैं। मंजू रानी के इस पुनीत कार्य कि नगर की सभी सामाजिक,धार्मिक संस्थाओं व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने इस कार्य की भूरी-भूरी प्रंशसा की है और कहा कि हमें मंजू रानी से इस बात की प्रेरणा मिलती है कि चाहे हमारे पास धन दौलत भले ही ना हो लेकिन जज्बा हमेशा मंजू रानी जैसा होना चाहिए।