कुलभाटा, जहा गुजरने वाला हर इन्सान होता है चुड़ैल का शिकार

आपने राजस्थान के भानगढ़ और कुलधरा की तो काफी कहानिया सूनी होगी लेकिन राजस्थान में एक ओर ऐसी जगह है जहा से लौटना बड़ा मुश्किल है | एक ऐसा गाँव जो 250 साल पहले तबाह हो गया था और उस गाँव से अब कोई नहीं गुजरता है | जो भी इस गाँव के रास्ते से गुजरता है उसके साथ कुछ ना कुछ अनहोनी हो जाती है | कौनसा है ये गाँव और क्या है इस गाँव की कहानी , आइये आपको विस्तार से बताये |
राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक कुलभाटा नाम का गाँव है | ये गाँव 250 बर्ष से भी ज्यादा पुराना है | उस समय में इस रेगिस्तान में लोग रहा करते है | 18 वी सदी में इस गाँव में एक कालो नाम की चुड़ैल रहती थी | वो चुड़ैल अमर होने के लिए उस गाँव की जवान लडकियों की बलि चढ़ाती थी |एक दिन गाँव के सभी लोगो ने मिलकर उस चुड़ैल को मारकर रेतीले रेगिस्तान में दफन कर दिया | कालो का आतंक खत्म हो गया लेकिन उसका डर फिर भी लोगो को हमेशा रहता था | कई सालो बाद गाँव वालो ने फिर उस चुड़ैल को देखा | चुड़ैल के डर से इस गाँव के सभी लोगो ने गाँव छोड़ने का मन बना लिया | और रातो रात पूरा गाँव उस चुड़ैल के कारण खाली हो गया | कुलभाटा की ओर से आने वाली और जाने वाली सभी सडको को सील कर दिया गया | ऐसा माना जाता है कि वो चुड़ैल कालो आज भी उस गाँव में घुमती है | अडोस पड़ोस के गाँव वालो का मानना है कि वो चुड़ैल अब पहले से भी ज्यादा ताकतवर हो गयी है | इस घटना के बाद से 250 साल तक इस रास्ते से कोई नहीं गुजरा | कोई भी अगर इस रास्ते से गुजरता तो वो चुड़ैल उसे मार देती है |
इस चुड़ैल पर आधारित 2010 में एक फिल्म “कालो” भी आयी थी जिसमे 11 सवारियों से भरी एक गाडी गलती से इस रास्ते से गुजरती है और फिर मौतों का सिलसिला चालु हो जाता है | उन ग्यारह लोगो में सिर्फ 2 जने ही बच पाते है | इस फिल्म को काफी सराहा गया था | शायद आपको इन प्राचीन कहानियों पर भले विश्वास ना हो लेकिन वहा आस पास के गाँव वाले इन बातो को जरुर मानते है और आज भी डर के साए में कुलभाटा से कोई भी इन्सान गुजरने की हिम्मत नहीं करता है | रही सच्चाई की बात तो शायद ये आपको कुल्भाटा जाने पर ही मिल सकती है |