खट्टर-चौटाला सरकार शराब की फैक्ट्रियां चलवाने में दिखा रही है दिलचस्पी-सुरजेवाला

हरियाणा वाटिका
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कोविड-19 (कोरोना वायरस) महामारी के खिलाफ हरियाणा सरकार की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि वायरस के खिलाफ मुहिम में सरकार को अधिकतम जांच पर बल देना चाहिए लेकिन खट्टर-चौटाला सरकार शराब की फैक्ट्रियां चलवाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रही है.
सुरजेवाला ने रविवार को एक बयान जारी कर हरियाणा की मनोहर लाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री की जोड़ी दशा और दिशा के भ्रम से ग्रस्त है. उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग लड़ने की बजाय मनोहर लाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला की जोड़ी शराब की फैक्ट्रियां चलवाने, होलसेल व रिटेल के शराब के ठेके खुलवाने व शराब बिकवाने को ही जनसेवा का रास्ता मान बैठे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और जननायक जनता पार्टी (जजपा) सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं शराब लॉबी के पास गिरवी रख दी है और प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि एक फरवरी से 12 अप्रैल के बीच यानी 71 दिनों में 3663 लोगों की ही टेस्टिंग कराई गई, उसमें भी 1026 लोगों की अब तक रिपोर्ट ही नहीं आई है. उन्होंने कहा कि ढाई करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में अपने आप में चिंताजनक है और सरकार की नाकामी को भी उजागर करता है.
इतना ही नहीं राज्य में डॉक्टर्स, नर्स एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के पास पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट, एन-95 मास्क, ग्लब्स, गॉगल एवं बॉडा कवरऑल तक की सुविधा नहीं है. इन सब पर ध्यान देने के बजाय सरकार शराब बिक्री बढ़ाने की मोर्चे बंदी में लगी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश के बावजूद वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने को लेकर राज्य में कहीं भी सोडियम हाइपोक्लोराइट के छिड़काव की व्यवस्था सरकार की तरफ से नहीं की गई. उन्होंने हरियाणा सरकार से सवाल किया कि कहीं वह यह तो नहीं मान रहे कि वायरस के खिलाफ शराब ही अचूक हथियार है.